ग्वालियर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, होटल से 7 महिलाएं रेस्क्यू

ग्वालियर: ग्वालियर के पॉश इलाके सिटी सेंटर स्थित कैलाश विहार में पुलिस ने एक होटल में चल रहे देह व्यापार के अड्डे का भंडाफोड़ किया है। 'हवेली इन' नामक इस गेस्ट हाउस में देश के अलग-अलग शहरों जैसे दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, मेरठ आदि से लड़कियों को बुलाकर देह व्यापार कराया जा रहा था। ग्राहकों को लाने और सौदा तय करने का काम होटल संचालक दीपक शर्मा और नेपाल की एजेंट अनीता सुनार करती थी।
इस रैकेट को पकड़ने के लिए पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन किया। सादे कपड़ों में एक पुलिस हवलदार को ग्राहक बनाकर होटल में भेजा गया। होटल की रिसेप्शन पर बैठी महिला एजेंट ने उसे मोबाइल में लड़कियों की तस्वीरें दिखाईं और 1,000 रुपये में सौदा तय किया। पैसे मिलते ही युवती को सामने खड़ा कर दिया गया। हवलदार ने तुरंत मोबाइल पर मैसेज भेजकर टीम को सूचना दी, जिसके बाद कुछ ही मिनटों में पुलिस टीम होटल पहुंच गई।
इस ऑपरेशन की योजना सीएसपी हिना खान ने बनाई थी। उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि होटल में लंबे समय से अनैतिक गतिविधियां हो रही हैं। स्थानीय निवासियों की शिकायतें भी मिल चुकी थीं। इसके बाद सीएसपी ने बिजौली थाना प्रभारी प्रीति भार्गव, महिला थाना प्रभारी दीप्ति तोमर और अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर रात 12 बजे टीम की ब्रीफिंग की और फिर रात 2:22 बजे छापा मारा गया।
छापे के दौरान दो ग्राहकों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा गया, जबकि होटल संचालक दीपक शर्मा मौके से फरार हो गया। पुलिस ने सात महिलाओं को रेस्क्यू किया, जिनमें पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, वर्धमान, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के मेरठ और सहारनपुर की महिलाएं शामिल हैं।
पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि वे आर्थिक तंगी के कारण नौकरी की तलाश में यहां आई थीं। दिल्ली के एक एजेंट के माध्यम से उनका संपर्क दीपक शर्मा से हुआ, लेकिन होटल पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि यहां सिर्फ यही काम करना होगा। मजबूरी में उन्होंने देह व्यापार करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने होटल संचालक दीपक शर्मा, ग्राहक नितिन वर्मा (न्यू विवेक नगर), सौरभ वर्मा (इंद्रमणि नगर) और नेपाल की एजेंट अनीता सुनार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जांच में यह भी सामने आया है कि सेक्स वर्कर को प्रति ग्राहक सिर्फ 700 रुपये मिलते थे, जबकि ग्राहकों से 1,000 से 1,500 रुपये वसूले जाते थे। खाने-पीने का खर्च भी महिलाओं से लिया जाता था।
होटल जिस भवन में चल रहा था, वह अमन मावई नामक व्यक्ति का है और दीपक शर्मा ने इसे किराये पर लिया था। फिलहाल भवन मालिक को आरोपित नहीं बनाया गया है। महिला एजेंट ने पूछताछ में यह भी बताया कि दीपक शर्मा का दावा था कि उसकी "सब जगह सेटिंग" है और वह अधिकारियों को पैसे देता है, इसलिए किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी।
ग्वालियर पुलिस की यह कार्रवाई शहर में चल रहे संगठित सेक्स रैकेट पर करारा प्रहार है। अब जांच इस दिशा में भी बढ़ेगी कि इस रैकेट को संरक्षण देने वाले लोग कौन हैं और क्या वास्तव में पुलिस-प्रशासन के कुछ हिस्सों में मिलीभगत है।